ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री देउवा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को स्विच को वर्चुअली दबाकर ट्रांसमिशन लाइन का उद्घाटन करेंगे।
सोलुखोला वाटरशेड में पनबिजली परियोजनाओं द्वारा राष्ट्रीय ग्रिड को बिजली की आपूर्ति करने के लिए बनाई गई ट्रांसमिशन लाइन में लगभग तीन साल की देरी हुई और ट्रांसमिशन लाइन को 2 फरवरी को चार्ज किया गया। इसे नेपाल सरकार के निवेश और भारतीय निर्यात-आयात बैंक (EXIM) से रियायती ऋण के साथ पूरा किया गया है।
सिराहा के मिरचैया से दुधकुंड नगर पालिका के टिंगला तक उदयपुर और ओखलधुंगा होते हुए पारेषण लाइन की लंबाई 90 किलोमीटर और टावरों की संख्या 302 है।
सोलु कॉरिडोर ट्रांसमिशन लाइन परियोजना के तहत टिंगला में 132/33 केवी, 30 एमवीए और 33/11 केवी, 8 एमवीए क्षमता के सबस्टेशन का निर्माण किया गया है। सबस्टेशन पूरा हो चुका है और 7 सितंबर 2076 से चालू है। वर्तमान में टिंगला सबस्टेशन से सोलुखुम्बु, ओखलढुंगा और खोटाङ को बिजली की आपूर्ति की जा रही है।